कुंभ का जादू: आस्था और रंगों का संगम -मोक्ष की यात्रा -kumb mela -mhakumbh mela Praygraj
कुंभ मेला: विश्व का सबसे बड़ा धार्मिक समागम कुंभ मेला हिंदू धर्म का एक प्रमुख त्योहार है, जो भारत में चार पवित्र नदियों – गंगा (हरिद्वार), यमुना (इलाहाबाद/प्रयागराज), शिप्रा (उज्जैन) और गोदावरी (नासिक) के संगम पर आयोजित किया जाता है। यह विश्व का सबसे बड़ा धार्मिक समागम है, जिसमें लाखों लोग भाग लेते हैं। पौराणिक कथा: कुंभ मेले की उत्पत्ति समुद्र मंथन से जुड़ी है। देवताओं और दानवों ने मिलकर समुद्र का मंथन किया था, जिससे अमृत निकला। इस अमृत को पाने की होड़ में देवताओं और दानवों के बीच युद्ध छिड़ गया। इस दौरान अमृत कलश चार स्थानों पर गिर गया: हरिद्वार, इलाहाबाद, उज्जैन और नासिक। आयोजन की आवृत्ति: कुंभ मेला: हर 12 साल बाद इन चार स्थानों पर क्रमशः आयोजित होता है। अर्धकुंभ मेला: हर 6 साल बाद हरिद्वार और इलाहाबाद में आयोजित होता है। महाकुंभ मेला: हर 144 साल बाद प्रयागराज में आयोजित होता है। धार्मिक महत्व: हिंदू धर्म में कुंभ मेले का अत्यधिक महत्व है। मान्यता है कि कुंभ मेले के दौरान इन पवित्र नदियों में स्नान करने से मोक्ष की प्राप्ति होती है। लाखों श्रद्धालु इन नदियों में डुबकी लगाते ह...