जीरा की खेती बनेगी किसानो के लिए वरदान लाखो नहीं करोड़ो में होगी कमाई
जीरा की खेती बनेगी किसानो के लिए वरदान लाखो नहीं करोड़ो में होगी कमाई
जैसा की आप जानते है मसालों के रूप में जीरा की मांग पूरी दुनिया में दिन पर दिन बढ़ रही है , हम सब जानते है जीरा मसालों के रूप में प्रयोग किया जाता है लेकिन साथ ही साथ यह कुछ औषधियों में भी प्रयोग में लाया जाता है ,
आपको बता दे की भारत जीरे का सबसे बड़ा एक्सपोर्टर है , और यूरोपीय देशो में काले जीरे की मांग सबसे ज्यादा है ,ऐसे में जीरे की खेती किसानो के लिए वरदान साबित हो रही है ,
जीरे की बढ़ती मांग को देखते हुए , हमारे देश के वैज्ञानिको ने जीरे की कुछ और किस्मे विक्षित की है जो की ज्यादा पैदावार देती है , इन किस्मो से किसान अच्छी पैदावार व बहुत अच्छा मुनाफा बहुत कम समय में कमा रहे है ,
हमारे देश के एक कृषि वैज्ञानिक ने बताया की जीरे की फसल की बुवाई 1 नवम्बर से लेकर 25 नवम्बर के बीच कर देनी चाहिए , क्योकि उस समय तापमान 20 से लेकर 25 सेंटीग्रेड तक रहता है जोकि जीरे की खेती की बुवाई के लिए सबसे अच्छा होता है ,
जीरे की कुछ उन्नत किस्मे जो देती है बम्पर पैदावार :
जीरे की आरजेड -19 , आरजेड - 209 , जीसी-4 और आरजेड - 223 किस्मे सबसे अच्छी मानी जाती है , क्योकि ये बहुत अच्छी फसल देती है , साथ ही साथ इनमे खेती सम्बन्धी बीमारी बहुत कम आती है ,
जीरे की खेती के लिए मिटटी :
जीरे की खेती के लिए बलुई दोमट , और दोमट मिटटी में सबसे अच्छी होती है ,
किसानो की पसंद :
काले जीरे की खेती भी अब किसानो के लिए पहली पसंद बन रही है ,हिमाचल ,उत्तराखंड और राजस्थान में काले जीरे की खेती बड़े जोरो से की जा रही है , जिससे किसानो को बहुत ही अच्छा मुनाफा हो रहा है ,
आपको बता दे यह खेती बाग के अंदर भी की जा सकती है , हिमाचल में सेब के बागानों के अंदर जीरा उगाकर किसान लाखो कमा रहे है ,
जड़ी बूटी शोध संसथान के वैज्ञानिक ने बताया की काले जीरे के बीजो को उच्च क्वालिटी के मसालों के रूप में प्रयोग किया जाता है , इसका बाज़ारी भाव भी अच्छा मिलता है , यह विदेशी बाजार में 1500 रूपये किलोग्राम से 1800 रूपये किलोग्राम तक बिकता है ,
यह खाने में स्वाद को बढ़ने के साथ साथ पेट की बीमारियों को भी ठीक करता है जैसे कब्ज , एसिडिटी , भूख न लग्न आदि ,
कृषि वैज्ञानिक ने बताया की विदेशो में काले जीरे का तेल भी बनाया जाता है , विदेशो में इसके सुगन्धित तेल को उच्च क्वालिटी की सरब में मिलाकर उसे सुगन्धित बनाया जाता है ,
काले जीरे की विदेशो में इतनी मांग है की भारत अभी इसका सिर्फ 10 प्रतिशत ही पूरा कर पा रहा है , इसलिए आप इस खेती को बिना डरे कर सकते है ,
जीरे का पौधा १५.५ सेमि उचा होता है , इसमें सफ़ेद रंग के फूल खिलते है ,
जीरा की खेती कितने दिनों की है ?
जीरा की खेती 120 से 125 दिनों की है |
सिंचाई कब करें?
सिंचाई बुवाई के तुरंत बाद करें | याद रहे सिंचाई हल्की होनी चाहिए तथा तेज धार में नहीं करें | तेज धार में करने से जीरा पानी में बह कर एक जगह पर आ जाता है | दूसरी सिंचाई बुवाई के 7 दिन बाद करें | इसके बाद प्रत्येक 20 दिन के अंतराल पर 4 से 5 सिंचाई आवश्य दें | याद रहे जीरे के फूल पर सिंचाई नहीं करें |
बीज का उपयोग कितना और कैसे करें ?
जीरा की बीज 12 किलोग्राम / हे. होता है तथा इसकी बुवाई 1 से 1.5 सेमी. की गहराई तक ही करें | इससे ज्यादा की गहराई पर बोने से बीज की अंकुरण कम होता है | बीज की बुवाई तो छित के होती है लेकिन अगर सीरी विधि से करें तो ज्यादा अच्छा रहता है | इससे खरपतवार निकासी में अच्छा रहता है |
जैसा की आप जानते है मसालों के रूप में जीरा की मांग पूरी दुनिया में दिन पर दिन बढ़ रही है , हम सब जानते है जीरा मसालों के रूप में प्रयोग किया जाता है लेकिन साथ ही साथ यह कुछ औषधियों में भी प्रयोग में लाया जाता है ,
आपको बता दे की भारत जीरे का सबसे बड़ा एक्सपोर्टर है , और यूरोपीय देशो में काले जीरे की मांग सबसे ज्यादा है ,ऐसे में जीरे की खेती किसानो के लिए वरदान साबित हो रही है ,
जीरे की बढ़ती मांग को देखते हुए , हमारे देश के वैज्ञानिको ने जीरे की कुछ और किस्मे विक्षित की है जो की ज्यादा पैदावार देती है , इन किस्मो से किसान अच्छी पैदावार व बहुत अच्छा मुनाफा बहुत कम समय में कमा रहे है ,
हमारे देश के एक कृषि वैज्ञानिक ने बताया की जीरे की फसल की बुवाई 1 नवम्बर से लेकर 25 नवम्बर के बीच कर देनी चाहिए , क्योकि उस समय तापमान 20 से लेकर 25 सेंटीग्रेड तक रहता है जोकि जीरे की खेती की बुवाई के लिए सबसे अच्छा होता है ,
जीरे की कुछ उन्नत किस्मे जो देती है बम्पर पैदावार :
जीरे की आरजेड -19 , आरजेड - 209 , जीसी-4 और आरजेड - 223 किस्मे सबसे अच्छी मानी जाती है , क्योकि ये बहुत अच्छी फसल देती है , साथ ही साथ इनमे खेती सम्बन्धी बीमारी बहुत कम आती है ,
जीरे की खेती के लिए मिटटी :
जीरे की खेती के लिए बलुई दोमट , और दोमट मिटटी में सबसे अच्छी होती है ,
किसानो की पसंद :
काले जीरे की खेती भी अब किसानो के लिए पहली पसंद बन रही है ,हिमाचल ,उत्तराखंड और राजस्थान में काले जीरे की खेती बड़े जोरो से की जा रही है , जिससे किसानो को बहुत ही अच्छा मुनाफा हो रहा है ,
आपको बता दे यह खेती बाग के अंदर भी की जा सकती है , हिमाचल में सेब के बागानों के अंदर जीरा उगाकर किसान लाखो कमा रहे है ,
जड़ी बूटी शोध संसथान के वैज्ञानिक ने बताया की काले जीरे के बीजो को उच्च क्वालिटी के मसालों के रूप में प्रयोग किया जाता है , इसका बाज़ारी भाव भी अच्छा मिलता है , यह विदेशी बाजार में 1500 रूपये किलोग्राम से 1800 रूपये किलोग्राम तक बिकता है ,
यह खाने में स्वाद को बढ़ने के साथ साथ पेट की बीमारियों को भी ठीक करता है जैसे कब्ज , एसिडिटी , भूख न लग्न आदि ,
कृषि वैज्ञानिक ने बताया की विदेशो में काले जीरे का तेल भी बनाया जाता है , विदेशो में इसके सुगन्धित तेल को उच्च क्वालिटी की सरब में मिलाकर उसे सुगन्धित बनाया जाता है ,
काले जीरे की विदेशो में इतनी मांग है की भारत अभी इसका सिर्फ 10 प्रतिशत ही पूरा कर पा रहा है , इसलिए आप इस खेती को बिना डरे कर सकते है ,
जीरे का पौधा १५.५ सेमि उचा होता है , इसमें सफ़ेद रंग के फूल खिलते है ,
जीरा की खेती कितने दिनों की है ?
जीरा की खेती 120 से 125 दिनों की है |
सिंचाई कब करें?
सिंचाई बुवाई के तुरंत बाद करें | याद रहे सिंचाई हल्की होनी चाहिए तथा तेज धार में नहीं करें | तेज धार में करने से जीरा पानी में बह कर एक जगह पर आ जाता है | दूसरी सिंचाई बुवाई के 7 दिन बाद करें | इसके बाद प्रत्येक 20 दिन के अंतराल पर 4 से 5 सिंचाई आवश्य दें | याद रहे जीरे के फूल पर सिंचाई नहीं करें |
बीज का उपयोग कितना और कैसे करें ?
जीरा की बीज 12 किलोग्राम / हे. होता है तथा इसकी बुवाई 1 से 1.5 सेमी. की गहराई तक ही करें | इससे ज्यादा की गहराई पर बोने से बीज की अंकुरण कम होता है | बीज की बुवाई तो छित के होती है लेकिन अगर सीरी विधि से करें तो ज्यादा अच्छा रहता है | इससे खरपतवार निकासी में अच्छा रहता है |
Good information
ReplyDeleteYe sala madarchod froud hain iska kam bas duniya lutna hain
DeleteYe sala madarchod froud hain iska kam bas duniya lutna hain
Deletekyu madarchod , bhosdi ke terikonsi ma chod di mene , jo bhi iske comment ko support kar rhe hai vo bhi padh le ,
Deleteagar dimak nhi hai to bakwas karne ki jrurat nhi hai tumhara comment sirf me or kuch log padhte hai or mera comment 3 lakh se jyada log padhenge ,
is madarchod bahenchod ne likha hai iska kam hai duniya ko lutna , muje meri ak video ya post bta bhosdike jisme pese mange ho , chutiya pagal insan sala
Ye sala madarchod froud hain iska kam bas duniya lutna hain
ReplyDeleteI am interested in your work please cost of seeds 8858877500
ReplyDeleteTum jaise chutye log kabhi खेती nahi ki hai lekin khethi ki video banakar kyo किसानों का samay ख़राब kar rahe हो.
ReplyDeletebhai agar kisi chizke bare me na pta ho to hisiyar banne ki jruart nhi hai , jo log jire ki kheti karte hai pahle unse jakar milo fir bakwas karna
DeleteYe mujhe bhi lagta hai ki ye fraud hai kyuki iski jitni bhi video hai sab me profit investment se 4 guna zayada batata hai bhai agar itna profit hai toh khud kar le kyu video me bana k khud ka time waist kar raha hai
ReplyDeleteacchi bat hai aapko lagta hai , agar dimak hi nhi istemal kar rhe to aisa hi lagega , sari video me sab rate jo already chaal rhe hai dikahye gye hai vo dikhaye hai , fir bhi kisi ko ykin nhi ho rha to me kya kar sakta hun , tum jese log jo negetivity se bhre huwe hai na khud kam karte or na dusro ko karne denge ,
Deleterhi bat meri to me apne kam se khus hun muje tumhari advise ki jrurat nhi hai
अच्छी जानकारी के लिए धन्यवाद !
ReplyDelete