महोगनी का पेड़ करेगा सबको मालामाल 100 पेड़ो की कीमत 2.5 करोड़ रूपये
महोगनी
• इमारती लकड़ी का पेड़ है ।
महोगनी का पेड़ ओषधीय गुणों से भरा हुवा है इसीलिए इसे महागुनि भी कहा जाता है
महोगनी के पेड़ के जड़ ,तना , बीज सभी चीज़े काम में लाई जाती है
किसानो में इसे सोने का पेड़ भी कहा जाता है
इसकी लकड़ी की कीमत 2500 से 5000 क्यूबिक फ़ीट के हिसाब से बिकती है
यह एक पेड़ 10 से 12 साल में तैयार हो जाता है , इसे इस से ज्यादा समय के लिए भी रोका जा सकता है
12 से 15 साल में एक पेड़ की कीमत २ से 2.5 लाख रूपये तक हो जाती है
विश्व में इसकी लकड़ी सबसे अच्छी मानी जाती है ।
• दुनिया में सबसे मूल्यवान व बेष कीमती लकड़ी का पेड़ है ।
• जो उश्ठाकटिबंधीय हार्डवुड मे से एक है ।
• यह एक सीधा बढ़ने वाला पेड़ है ।
• यह गर्म प्रदेषों में होने वाला ताकतवर लकड़ी का पेड़ है ।
• इसकी लकड़ी की तुलना सागवान व शीशम से की जा सकती है ।
• यदि किसान अपने खेतों की पेड़ पर भी लगाते है तो बहुत ज्यादा मुनाफा कमाते है ।
यह मुख्य फसल में किसी भी तरह की कोई बाधा उत्पन्न नहीं होती है ।
इसकी पत्तियों आसानी से मिट्टी में मिलकर खाद का काम करती है। इसकी पत्तियों जमीन को उपजाऊ बनाती है इस की लकड़ी कठोर लकड़ियों में सबसे अच्छी मानी जाती है। इस की लकड़ी का रंग गहरा लाल-भूरा होता है ।बाकि पेड़ो की लकड़ियों को पेण्ट करके इसके जैसा रंग दिया जाता है / इसकी लकड़ी बहुत कठोर व लम्बी चलने वाली होती है । इसकी लकड़ी पानी में भी रह सकती है । इसलिए इसका उपयोग नाव व जहाज बनाने में अधिक किया जाता है ।
फर्निचर दरवाजे खिड़कियां तथा इन्डोर्स में मशीन कारीगरी हेतू काम में लिया जाता है । इस लकड़ी में सिकुड़न, फेलना तथा मुड़ना नहीं होता है । भारत में जलवायु परिस्थितिया दक्षिण अफ्रिकी पेड़ महोगनी के लिए ज्यादा उपयुक्त है ।
यह पेड़ 5 से 50 डिग्री तक उच्च तापमान सहनषील पौधा है । खारे पानी में भी हो जाता है किसी भी प्रकार की मिट्टी में भी बढ़ता जाता है । पौधा रोपड़ में 1 फीट गहरा व 1 फीट चैड़ा गडढ़ा खोदकर इस में कम्पोस्ट खाद डालकर वर्शा ऋतु में ( जून , जुलाई , अगस्त और फरवरी मार्च ) लगाना अच्छा रहता है । अगर दीमक का प्रकोप होता दीमक रोधी दवाई देनी होती है । अन्यथा किसी भी प्रकार की दवाई की आवश्यकता नहीं है । 1 से 2 साल में लगभग 12-18 फीट की ऊचाई प्राप्त कर लेता है । सीधा बढ़ने वाला पेड़ है । अतिरिक्त शाखाओं की छटनी करनी होती है , मार्किट में कुछ ऐसी किस्मे है जिनकी शाखाओ की छटनीनहीं करनी होती वह खुद ही खुश दिन बाद सुख जाती है और अपने आप निचे गिर जाती है । पौधा रोपड़ में पौधे से पौधे की दूरी 6 -8 फीट रखना उचित रहता है ।
रोपाई के समय शुरुआत में 2 दिनों के अन्तराल में एवं इसके 3 महिने वाद 5 दिन बाद पानी देना उचित रहता है ।
ड्रीप पद्धति से सिंचाई पौधे के लिए अधिक गुणकारी रहती है । एक बार सिंचाई मे 5-7 लीटर पानी देना होता है ।
यह पौधा 10-12 साल के जीवन काल में 60-80 फीट तक बढ़ता है । 2-5 फीट की मोटाई प्राप्त कर लेता है ।
इस प्रकार अपनी परिपक्वता की अवस्था तक लगभग 35 से 40 घन फीट लकड़ी प्रदान करता है । वर्तमान में इसकी लकड़ी की कीमत 2000 से 5000 फीट तक है ।
इस प्रकार अपने जीवन काल में एक पेड़ लगभग 200000 रु. की आमदनी प्रदान करता है। पौधे की वृद्धि एवं उत्पादन इसके रखरखाव पर निर्भर करती है । सौ पेड़ों से लगभग 12 साल बाद 2 करोड़ की आय प्राप्त की जा सकती है ।
नोट:- महोगनी, एस मोगी व रेडवुड ट्री यह तीन एक ही पौधा है ।
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