19 साल के गोपाल ने नासा का ऑफर 3 बार ठुकराया; ट्रम्प के बुलावे पर भी नहीं गए, बोले- देश के लिए रिसर्च करूंगा
हर साल देश के 100 बच्चों को मदद देने का फैसला किया, 2019 से यह काम शुरू किया 2013-14 में बनाना बायो सेल के आविष्कार के लिए गोपाल को इंस्पायर्ड अवॉर्ड मिला था बिहार के भागलपुर के ध्रुवगंज गांव में रहने वाले 19 वर्षीय गोपाल 3 बार नासा का ऑफर ठुकरा चुके हैं। अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने भी उन्हें न्योता दिया, लेकिन वे टस-से-मस नहीं हुए। कहते हैं देश की सेवा करना ही मेरा लक्ष्य है। उन्होंने हर साल देश के 100 बच्चों को मदद देने का फैसला किया है। 2019 में उन्होंने यह कार्य शुरू किया। 8 बच्चों के आविष्कार का उन्होंने प्रोविजनल पेटेंट भी करवाया। फिलहाल, गोपाल देहरादून सरकारी ग्राफिक एरा इंस्टीट्यूट की लैब में टेस्टिंग कर रहे हैं। वह झारखंड में लैब बनाकर वहां रिसर्च करेंगे। गोपाल ने मॉडल हाईस्कूल तुलसीपुर से 12वीं तक की पढ़ाई की। 2013-14 में बनाना बायो सेल के आविष्कार के लिए उन्हें इंस्पायर्ड अवॉर्ड मिला। तब दसवीं में थे। 2008 में उनके गांव में बाढ़ आई। सब कुछ बर्बाद हो गया। किसान पिता प्रेमरंजन कुंवर ने कहा कि दसवीं के बाद नहीं पढ़ा सकूंगा। गोपा...