sad-shayari-images-Sad Shayari Images | Sad Love Shayari | Hindi Sad Shayari on Life | Sad Shayari on Love
हो चुकी रात बहुत अब सो भी जाइये,
जो है दिल के करीब उसके ख्यालों में खो भी जाइये,
कर रहा होगा कोई इंतज़ार आपका,
ख्वाबों में ही सही मिल तो आइये।
आँखों में अगर आंसू हो तो होठो पर मुस्कराहट लानी पड़ती है
मोहब्बत कम्बखत चीज़ ही ऐसी है
जिससे हो उसी से छुपानी पड़ती है ,,
रात है काफी ठंडी हवा चल रही हॆ 💕
याद मॆ आपकी किसी की मुस्कान खिल रही है 💕
उनके सपनो की दुनिया मॆ खो जाओ 😴💕
आँखे करो बन्द और आराम से सौ जाओ 🌜🌙
जब चांदनी रातो में किसी कि याद सताये,
खूबसूरत हवा जब बालो में सहलाये,
तब आँखे बंद करके सो जाना,
क्या पता कोई प्यारा सा सपना आपकी आँखों में आ जाये…
आँसू न होते तो आँखे इतनी खुबसूरत न होती,*
*दर्द न होता तो खुशी की कीमत*
*न होती|*
*अगर मिल जाता सब-कुछ केवल चाहने से,*
*तो दुनिया में _”ऊपर वाले”_की जरूरत ही न होती!!*
सितारों को भेजा है आपको सुलाने के लिए;
चाँद आया है आपको लोरी सुनाने के लिए;
सो जाओ मीठे ख़्वाबों में आप;
सुबह सूरज को भेजेंगे आपको जगाने के लिए।
प्यार करो तो धोखा मत दो ,
किसी को आसुओ का तोहफा मत दो
कोई जिंदगी भर कोसे तुम्हे दिल से
ऐसा किसी को मौका मत दो ,,
आँखों पर आसुओ की लकीर बन गयी ,
सोचा न है ऐसी तक़दीर बन गयी ,,
हमने तो फेरी थी यूही रेत पर उंगलिया
मुड़कर देखा तो आपकी तस्वीर बन गयी ,,
तेरी दी हुयी कसम का आया ख्याल मुझे
जब भी दुनिया छोड़ जाने का मन किया ,,
तेरी बेवफाई ने रोक दिया होठो को मेरे
जब भी महफ़िल में मुस्कुराने को दिल किया ,,
ये हुसन वाले भी जब हद से बढ़ा करते है ,
हम जैसे दीवानो का हाल बुरा करते है ,,
पहले तो लगा लेते है आतिशी मोहब्बत
फिर जुल्फों की छाया और पल्लू से हवा करते है ,,
आपके होठो पर खिलते गुलाब रहे
खुदा न करे आप कभी उदास रहे
हम रहे ना रहे इस जहां में
जिसे आप चाहते है खुदा करे
वो हमेशा आपके साथ रहे ,
खूबसूरती का नया अंदाज है वो
रंगीन कपड़ो में लिपटा सफ़ेद लिवाज है वो
सब कहते है चांदनी को लाजवाब
मगर ऐ दोस्त चांदनी से भी लाजवाब है वो
जिंदगी में कुछ ऐसे भी मुकाम आते है
जहां हर तरफ से गमो के पैगाम आते है
जब साथ छोड़ देता है हर कोई
तो ये आसु ही तो है जो काम आते है
चैन तुमसे है करार तुमसे है
मेरी जिंदगी की हर बहार तुमसे है
यूँ तो जिंदगी में लाखो हसीन है
मगर हमे सिर्फ प्यार तुमसे है
फूल सबनम में डूब जाते है
जखम मरहम में डूब जाते है
जब किसी का आसरा नहीं मिलता
हम तेरे गम में डूब जाते है ,
अहसास का संगीत सुनाई नहीं देता
होठो पे आकर दुहाई नहीं देता
शायद उसे मालूम नहीं राजे महोब्बत
ये प्यार का सौदा है दिखाई नहीं देता
हमने वफ़ा की राहो को आसान समझ लिया
काटो की वादियों को गुलिस्ता समझ लिया
हम इसको आशिकी कहे या सादगी कहे
कातिल को हमने मेहरबान समझ लिया
मुझे उससे गिला क्या बात है ये जग हसाई की
मेरी ही किस्मत ने बॉक्स दी घडिया मुझको जुदाई की
दिखया वक़्त ने अपना करिश्मा रहे उल्फत में
वरना ना उसने बेवफाई की और ना मेने बेवफाई की ,,
खुदी के सांचे में तुम खुद को ढालते रहना
कुआ समझकर समंदर खंगालते रहना
ना जाने कब कहा खुसियो के दौर आ जाए
हर एक गम को हसकर टालते रहना
जमाने भर को ठुकराने से पहले
किसी तूफान के आने से पहले
इज़ाज़त ली है अपने दिल से मेने
तेरे सर की कसम खाने से पहले
दिल के रिश्ते भी अजीब होते है
दूर रहकर भी करीब होते है
वो लोग जो आपको रोज देखते है
वो कितने खुसनसीब होते है
जब जब आपकी याद आयी
पेरो में जंजीर नजर आयी
गिर पड़े निकले आँखों से आंसू
और हर आंसू में आपकी तस्वीर नजर आयी
कुछ दर्द छिपा के रखना कुछ गम बचा के रखना ,
अश्को के समंदर को आँखों में बसा के रखना ,,
अपनी ही इबादत और अपना ही खुदा रखना
इस दिल को हसीनो की नजरो से छिपा के रखना
शीशे के खिलोने को पत्थर से बचा के रखना
ऐ मेरी दुआओ तुम इतना तो असर रखना
भले ही मेरा दिल उजड़ जाए घर उसका बसा के रखना
हर दिल में मोहब्बत का एक फूल खिला के रखना
कुछ दर्द छिपा के रखना कुछ गम भी बचा के रखना
इस दिल को हसीनो की नजरो से बचा के रखना ,
निगाहे निगाहो से मिलाकर तो देखो
नए लोगो से रिस्ता बना कर तो देखो
जो हैं दिल में कर दो बया
खुद को एक बार जता कर तो देखो
आसमा सिमट जाएगा तुम्हारे आगोश में
चाहत की बहे फैलाकर तो देखो ,,
मिल जाएंगी हर ख़ुशी
दिल की बात बताकर तो देखो
तेरे होठो की हंसी बन जाने का ख्वाब है
तेरे आग़ोश में सिमट जाने का ख्वाब है
तू लाख बचा ले दमन इश्क के हाथो
आसमा बनकर तुझ पर छा जाने का ख्वाब है
आजमाइश यु तो अच्छी नहीं होती इश्क की
तू चाहे तो तेरी तकदीर बन जाने का ख्वाब है
हर गम लोट जाए तेरे द्वार से
तेरा ऐसा साया बन जाने का ख्वाब है
हम तो देखेंगे तेरी दर्दो वफ़ा कौन सी है
जिसपे मरता है सारा जहां वो वफ़ा कौन सी है
करदे क़त्ल या लगले सीने से
बता दोनों में से तेरी रजा कौन सी है ,,
ढूंढेगी निगाहे तो कोई मिल ही जाएगी
पर कौन तुम्हारी तरह चाहेगी
देखेगी वो भी प्यार भरी नजरो से
पर वो तुम्हारे जैसी नजर कहा से लाएगी ,,
. यूँ मिली जो निगाहे मोहब्बत इत्तफाक हो गई
रह में चलते चलते मुलाकात हो गई
जब से बसाया है उन्हें अपनी निगाहो में हमने
पता नहीं चलता कब दिन और कब रात हो गयी ,,
बैठेंगे चांदनी रात में
जहां चाँद सितारों की बरसात होगी
जी रहे है इसी आस में की
एक दिन तुमसे मुलाकात होगी ,,
कलम उठती है मगर लफ्ज़ नहीं मिलता
जिसको ढूंढ़ता है दिल वो सनम नहीं मिलता
यूँ तो फिरते है वो जमाने के साथ
मगर एक मेरे लिए ही उन्हें वक़्त नहीं मिलता ,,
में गा तो लेता पर ये आवाज़ बेवफा है
में बजा तो लेता पर ये साज़ बेवफ़ा है
बनाने को तो में ताजमहल भी बनवा देता
पर अपनी तो मुमताज भी बेवफा है ,,
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